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शिलाजीत क्या है और उनके फायदे क्या हैं?

आयुर्वेद के अनुसार, शिलाजीत में 85 तरह के मिनरल्स होते हैं। आयुर्वेद के अनुसार शिलाजीत की उत्पत्ति पत्थर से हुई है। गर्मी के मौसम में सूर्य की तेज गर्मी से पर्वत की चट्टानों के धातु अंश पिघल कर रिसने लगता है। इसी पदार्थ को शिलाजीत कहा जाता है। ज्यादातर लोग शिलाजीत को केवल मर्दानगी बढ़ाने वाली आयुर्वेद औषधि मानते हैं। यह सत्य भी है। शोधों में साबित हो चुका है कि शिलाजीत के सेवन से मर्दाना ताकत को बढ़ाया जा सकता है। यह पुरुष और स्त्री दोनों के लिए फायदेमंद है। इसका सेवन शरीर का बल देकर उसे स्वस्थ, शक्तिशाली तथा पुष्ट बनाना होता है। इसका सेवन महिलाओं के अनियंत्रित मासिक धर्म में फायदेमंद साबित होता है। शिलाजीत शरीर में कैंसर सेल्स को बढ़ने से भी रोकती है। इसका सेवन स्मरण शक्ति को बढ़ाने में भी कारगर सिद्ध होता है। शिलाजीत में न्यूरोप्रोटेक्टिव के गुण मौजूद होते हैं जिस वजह से यह अल्जाइमर रोग में भी लाभकारी साबित होता है। Source : Manisha Jayswal

बाहर निकले हुए पेट को अंदर कैसे करें?

अजनकी दिनचर्या में पर का बाहर निकलना आम बात है। आज के समय में ज्यादा कार्य कंप्यूटर और लैपटॉप पर होता है। जिसके कारण ज्यादा बैठे रहने पड़ता हैं। ज्यादा बैठे रहने से पर बाहर आने की समस्या खड़ी हो जाती हैं। लेकिन अपनी दिनचर्या और खान पीन में कुछ बदलाव करके इस बाहर निकले पेट को अंदर किया का सकता हैं - 1.सुबह सुबह गुनगुने कमी में नींबू और शहद डालकर पिएं । नींबू और शहद पेट को कम करने में बहुत असर दायक है। २.नाश्ते में हल्का नाश्ता ही करे जैसे मूंग,मोठ,चने,बादाम आदि।हल्का नाश्ता पेट के लिए सही रहता है। तला हुआ भोजन कभी नाश्ते में नहीं करे इससे गैस की समस्या हो सकती है। ३.बार बार खाना ना खाए । आवश्यक्ता से कम खाने का अभ्यास करे। खाना खाते समय बीच बीच में पानी का सेवन नहीं करें। खाने में कम से कम एक घंटे बाद पानी पिए। ४. जितना हो सके ठंडा पानी पीने से बचे । संभव हो सके तो गरम पानी पीना शुरू कर दे ।गरम पानी पेट को साफ रखने और पर की गंदगी बाहर निकालने में मदद करता है। ५. जो भी खाए स्वच्छ खाने की कोशिश करे । तले हुए और बाहर के खाए से बचे। इससे शरीर के पोष्टिक आहार मिलता हैं और पेट साफ

कुछ मनोवैज्ञानिक तथ्य क्या हैं जिन्हें लोग नहीं जानते हैं?

1) 16 से 28 वर्ष की आयु के अवधि में जो किसी से भी दोस्ती होती है वह मजबूत और लंबे समय तक चलने की संभावना होती है 2) जो लोग खासतोर पर अच्छी सलाह देते हैं वह अधिक समस्याओं में होते हैं 3) जो व्यक्ति जितना होशियार होगा उसके सोचने की क्षमता भी इतनी तेज होती है लेकिन उसकी लिखावट बेकार होती है 4) अगर अगर आप अपने प्रेमी का हाथ पकड़ते हैं तो आप बहुत कम दर्द महसूस करते है और इस स्ट्रेस भी खत्म हो जाता है। 5)  अगर कोई व्यक्ति सामान्य स्थिति में बहुत अधिक होता है तो वह अंदर से बहुत दुखी और परेशान होता है 6) psychology facts in hindi और सामान्य स्थिति में कोई व्यक्ति अत्यधिक भोजन खा रहा है तो वह भी तनाव का शिकारी होता है 7) कोई व्यक्ति अगर छोटी-छोटी बातों पर हंसता है तोअसल जिंदगी में वह अकेला होता है 8) अगर आप किसी महिला को अपना सीक्रेट बात बताते हैं तो वह सिर्फ 48 जानते से कम समय में अपने करीबियों को बता देते है 9) पुरुष की तुलना में महिलाओं के शरीर में दुगना दर्द और स्ट्रेस होता है और दर्द सहने की क्षमता पुरुषों से दुगनी होती है 10) जो लोग अत्यधिक अच्छी सलाह देते हैं वह खास तौर

युवाओं को उनके स्वास्थ्य के बारे में आपकी क्या सलाह है?

पहले मै अपने बारे में बता दू, ये मै ही हूं जो आज तक कभी gym नहीं गया, कभी प्रोटीन नहीं खाया, कभी 4–5 किलो दूध नहीं पिया, पर किया है तो कठोर परिश्रम और लड़कियों से दूरी बरती है। हालाकि आपको दूरी अपनी teeneage में बरतनी है, क्युकी उस वक्त आपको जिस चीज की आदत पड़ गई, उसी की लत लग जाएगी। ताउम्र के लिए। और नशे से नहीं, नशेड़ी से दूरी बरतना। अब मै बताता हूं, ऐसा कैसे सम्भव है। 1-) अपने को HULK ya THOR समझो, और दिमाग में अपनी एक image बना लो, उसके बारे में सोचते रहो, जब भी खाली टाइम मिले, नहीं तो बेटा पोर्न ही देखोगे, और 61–62 ही करोगे, छत पर जाकर।😉 यहां क्या concept है? दरअसल हमारा दिमाग ऐसा बच्चा है, हुए कोई चीज चाहिए, व्यस्त रहने के लिए, नहीं तो ये अपने enjoyment के शॉर्टकट्स खोजने लगता है। जैसे_ लड़कियों की fingure dkh कर, कुछ कुछ सोचेगा। अगर तभी आप अपने आसपास के किसी रहीस की घर, गाड़ी, बंगले को देखो और खुद से कहो, "देख बेटा एक दिन इससे आगे निकलना है तुझे, फ़ालतू के कामों पर ध्यान मत दे" मै शर्त लगा कर, कह सकता हूं, आपका मोजो तुरन्त शांत हो जयेगा। 2-) आपके हीरो/आइडियल ( स्वामी

Most Common Misconception in IPO by R.K Sir

Source : @IPO_MANTRA

सीम और स्विंग के बीच क्या अंतर है?

ग्लेन मैकग्राथ जैसे गेंदबाज जो गेंद की पिच पर होने वाली गति से दिशा परिवर्तन पर भरोसा करते हैं, उन्हें सीम गेंदबाज कहा जाता है। भुवनेश्वर कुमार जैसे गेंदबाज जो हवा में अपनी गेंद लहराने के लिए शुरुआती गेंद की पकड़ पर भ सीम और स्विंग के बीच क्या अंतर है? ग्लेन मैकग्राथ जैसे गेंदबाज जो गेंद की पिच पर होने वाली रोसा करते हैं, उन्हें स्विंग गेंदबाजों के रूप में वर्गीकृत किया गया है। मोहम्मद शमी जैसे कुछ गेंदबाज भी हैं दुनिया मे जो पिच की स्थिति के अनुसार दोनों प्रकार की गेंदबाजी कर सकते हैं।

256 साल तक जीवित रहे चीन के ली चिंग यूएन (Li Ching Yuen) की लंबी उम्र का राज क्या था?

256 साल के ली चिंग यूयन का जन्म 3 मई 1677 को चीन के कीजियांग जिले में हुआ था और उनकी मौत 6 मई 1933 को हुई थी। ली चिंग की जिंदगी पर एक किताब लिखी गई थी, जिसका नाम 'द सीक्रेट ऑफ ली'। ली चिंग अपने समय में एक आयुर्वेद के डॉक्टर के रूप में प्रसिद्ध थे। कहते हैं कि उसने जीने का मंत्र सीख लिया था। इसलिए वह हमेशा निरोगी और फिट रहे। आओ जानते है उनकी लंबी उम्र का राज क्या था:— ली चिंग यूयन को जब उनकी लंबी उम्र के राज के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा:— "व्यक्ति को कुत्ते जैसी नींद लेनी चाहिए। कबूतर की तरह बिना आलस के चलते रहना चाहिए। कछुए की तरह आराम से बैठना चाहिए। अपने दिल को हमेशा शांत रखना चाहिए।" वह रोजाना किगोंग (Qigong) नामक कसरत करते थे और इसकी तकनीक में बहुत कुशल थे। मन की शांति और बेहतरीन श्वास को लंबी उम्र का राज मानते थे। वह इस बात को भली-भांति जानते थे कि ज़िंदगी में व्यायाम और डाइट का बहुत बड़ा हाथ होता है। वो मन और तन की शांति को लंबी उम्र तक जीने का सबसे बड़ा राज मानते थे। वह कई तरह की जड़ी-बूटियों के साथ-साथ चावल से बनी शराब को भोजन के रूप में लेते थे। वह अपना

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