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सर्दियों किस प्रकार का भोजन हमें करना चाहिए, जो हमारी सेहत के ठीक रखें?

शीतकालीन ऋतू में हमे ऐसे खाद्य पदार्थ खाने चाहिए जो ठंड के दिनों में खाने में गर्माहट और आराम तो देते ही हों, लेकिन शरीर को आवश्यक पोषण भी प्रदान करते हों। सर्दियों में अदरक, तिल, घी, अलग अलग प्रकार के साग, मेवे, केसर, शहद, गुड़, खजूर, खस-खस, मौसमी फल सब्ज़ियां, लहसुन, अनेक प्रकार के दालें, दुग्ध पदार्थ (गर्म ), तुलसी इत्यादि का सेवन करना स्वास्थ के लिए अति लाभकारी होता है। सर्दियों में ऐसे खाद्य पदार्थ जिनकी प्रकृति ठंडी होती है (जैसे आइसक्रीम , कोल्ड ड्रिंक्स, कच्ची सब्ज़ियां इत्यादि ) उनसे बचना चाहिए। सर्दियों में अंडे-मांस के सेवन को भी बेहतरीन मन जाता है। चूँकि मैं स्वयं शाकाहारी हूँ इसीलिए मुझे इन खाद्य पदार्थों के बारे में कुछ खास जानकारी तो नहीं है, पर मैं यकीन से कह सकती हूँ कि शाकाहार में भी अनेकोनेक लाभकारी और पोषक तत्वों से भरपूर ढेर सारे खाद्य पदार्थ हैं जिनका सही तरह से सेवन कर के बेहद स्वस्थ जीवन जिया जा सकता है। उम्मीद करती हूँ आप सभी को यह जवाब पसंद आया होगा। (सर्दियाँ मेरा पसंदीदा मौसम है और मुझे गाजर के हलवे का साल भर इंतज़ार रहता है।)

कम बोलने वाले लोगों की आठ खूबियां क्या हैं?

1. ऐसे लोग बहुत ही ज्यादा समझदार होते हैं क्योंकि यह लोग केवल उतनी ही बात बोलते हैं जितनी की आवश्यकता है 2. आप ऐसे लोगों से अपनी राज की बात भी कर सकते हैं क्योंकि यह लोग किसी को कोई बात नहीं बताते। 3. ऐसे लोगों को समझना थोड़ा कठिन होता है पर यह लोग दिल के काफी ज्यादा अच्छे और सच्चे होते हैं। 4. ऐसे लोग अपने जीवन का बहुत बड़ा समय केवल अपने लक्ष्य की ओर ही लगा देते हैं। 5. कम बोलने वाले लोग ज्यादा सफल होते हैं क्योंकि इनके आसपास डिस्ट्रक्शन( ध्यान भटकाने वाले लोग) कम होती है। 6. कम बोलने वाले लोगों के अपने परिवार के साथ संबंध बहुत अच्छे होते हैं। 7. कम बोलने वाले लोगों की एक बहुत अच्छी बात यह है कि वह केवल सच ही बोलते हैं। 8. कम बोलने वाले लोग अपने दोस्त कम बनाते हैं परंतु जितने भी बनाते हैं सच्चे बनाते हैं Source: Sumit Gautam

How to reach Meerut Institute of Technology ,NH-58, BARAL Partapur, bypass road, meerut, up-250103

Hello Friends Today i will tell you about a exam center- MIT Meerut NH-58, BARAL Partapur, bypass road, meerut, up-250103 So without wasting time lets start the route process:  Exam centre is located towards bypass road meerut, so if you are from meerut then you have to come outside of meerut towards modinagar.  But i will be telling you the path from Delhi.  1. If you are from Delhi, then you should reach Anand Vihar Metro station/Railway Station/Bus Stand.  2. After coming out of Anand Vihar metro station, just cross the road and come to  Kaushambi Bus stand (you can easily reach by help of locals or google maps).  3. Due to unavailability of other resources, currently bus route from Kaushambi to Meerut will suit all aspirants to reach exam centre (may be in future metro route will be available)  4. Bus will directly drop you on the gate of exam centre, so just tell conductor to inform you before reaching there or you can take help of Goo...

What is difference between E-ticket and I-ticket in IRCTC?

Hello there, this question, “What is difference between E-ticket and I-ticket in IRCTC ?” must have come into your minds, when you were booking your train ticket, and got to choose an option from the drop-down list below: Now, In layman terms, let us look into what these tickets are: e-ticket: It is an online ticket which you book using your IRCTC account and then you get a reservation confirmation by an SMS. You just have to produce your original I-card before the TTE. i-ticket: It is also a sort of online ticket for which you pay the charges online, and then your ticket is delivered to your address by courier or speed post. In short, we can say that you just purchased a PRS ticket online and saved yourself from the hassle of standing in a queue at the reservation counter. And now, you might be wondering about the difference between these tickets: You can book e-tickets until the last day of your journey, and you get the reservation details immediately via SMS. However, you n...

कौन सी बातें गुप्त रखनी चाहिए?

चाणक्य कहते हैं कि अगर धन की हानि हो जाए तो इसके बारे में हर किसी को नहीं बताना चाहिए। इससे मनुष्य की प्रतिष्ठा नष्ट होती है और लोग उसका सम्मान करना बंद कर देते हैं। लोग उसकी मदद करने के बजाय उसकी स्थिति को हास्य का विषय बना देते हैं। अतः ऐसी बात कभी सार्वजनिक नहीं करनी चाहिए। 2- आचार्य चाणक्य ने कहा है कि अगर मन में कोई दुख हो तो वह भी किसी के सामने अभिव्यक्त नहीं करना चाहिए, क्योंकि संसार में सच्चे हितैषी बहुत कम होते हैं। संभव है कि वह व्यक्ति पीछे से उन्हीं दुखों के आधार पर व्यक्ति का मजाक उड़ाए। इससे दुखी मनुष्य का दुख और बढ़ सकता है। जहां तक संभव हो ऐसी बात सार्वजनिक नहीं करनी चाहिए। 3- पुरुष को अपने घर की बातें सबको नहीं बतानी चाहिए। विशेष रूप से अपनी पत्नी के चरित्र पर दूसरों के सामने कोई टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने वाले पुरुष की प्रतिष्ठा, सम्मान का नाश होता है। भविष्य में उसे कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। 4- कहा जाता है कि ज्ञानी वही है जो मान और अपमान में सदैव समान रहे, लेकिन ऐसा कर पाना बहुत कठिन होता है। आचार्य चाणक्य ने कहा है कि जीवन में मिला अपमा...

What simple things can I do to keep my liver healthy?

The liver is one of the most important internal organs of the human body, and its biggest function is to help the body eliminate toxins. The most beneficial food for liver health is wolfberry, which is a berry with high nutritional value. Wolfberry is rich in protein, carbohydrates, betaine, carotene, vitamin A, vitamin B, vitamin C, and minerals such as calcium, germanium, iron, and phosphorus. Wolfberry contains a lot of betaine. Pharmacological experiments show that betaine can inhibit the deposition of fat in the liver, repair damaged liver cells, and promote liver cell regeneration. Regular consumption of wolfberry is a simple and effective way to maintain the health of the liver. In addition, wolfberry contains natural organic germanium, which has good anti-cancer and anti-aging effects. You can buy wolfberry online, it's not expensive. Source:  Lucia Garcia

ऐसी कौन सी चीज है, जो भारत से अच्छी पाकिस्तान में है?

वहां का कश्मीर ,भारत के कश्मीर से ज्यादा खूबसूरत है , वहां हिंगलाज मंदिर है। वो हिन्दुओ के 51 शक्ति पीठों में से एक है । जहाँ सती माता का सर काट के गिरा था। वहीँ पर वेदों की रचना हुई थी। जिसे सप्तसैंधव प्रदेश कहते है। वहां सात नदियां थी। 1 सिंधु 2 सरस्वती 3 वितस्ता (झेलम) 4 अस्किनी (चेनाब) 5 पुरुष्णी (रावी/ इरावदी) 6 शतुद्री (सतलज) 7 विपासा (व्यास) वो सब पाकिस्तान में ही है। ऋग्वेद में बहुत सी नदियों का उल्लेख है जिसमें से मुख्य नदियां ये भी हैं जो आजादी के बाद पाकिस्तान चली गयी। क्रुमु (कुरुम), गोमती (गोमल), कुभा (काबुल) सुवास्तु (स्वात) वितास्ता (झेलम) आस्किनी(चेनाब) परुष्णी (रावी), शतुद्र (सतलज), विपासा (व्यास) राजा रणजीत सिंह के टाइम में जो की अंग्रेजो के टाइम में थे तो भारत के अंडर पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान सब भारत के ही अंग थे - बलूचिस्तान के काळात (कलात) में काली माता का वो प्राचीन मंदिर है जो मुस्लिम धर्म से भी पहले का है। काळात (कलात) को बहुत पवित्र माना जाता है। अहिरावण राम और लक्ष्मण जी को यहीं बलि देने के लिए लाया था। आप लोग हनुमान जी के बेटे को मकरध्वज बोलते हैं मगर उसका अस...

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