स्वस्थ रहने के लिए संतुलित खान - पान और नियमित दिनचर्या का पालन करना बहुत जरूरी है | खान - पान और दिनचर्या का स्वास्थ्य से सीधा सम्बन्ध है | आज हम कुछ सामान्य सी छोटी - छोटी ऐसी बातों को जानेंगे, जिनका पालन करके हमेशा स्वस्थ रह सकते हैं |
➤ प्रातःकाल सूर्योदय से पहले हर हाल में उठ जाएँ | देर तक सोना सेहत के लिए ठीक नहीं है |
➤ सुबह उठते ही बासी मुँह आधा से एक लीटर गुनगुना पानी पिएँ | उसके बाद शौंच के लिए जाएँ |
➤ आधे से एक घंटे प्रतिदिन सुबह - शाम टहलने की आदत डालें | नियमित रूप से आधे से एक घंटे योग, प्राणायाम और व्यायाम करें |
➤ रात का खाना सोने से डेढ़ - दो घंटे पहले अवश्य खा लें और खाने के बाद कुछ देर धीरे - धीरे चहलकदमी करें |
➤ भोजन में मौसम के ताजे फल और हरी सब्जियों को अवश्य शामिल करें | भरपूर मात्रा में सलाद का सेवन करें | सलाद स्वच्छ और ताजी कटी हुई हो |
➤ खाना खाने के बाद थोड़ा सा गुड़ खाएँ |
➤ बिना छाने हुए चोकरयुक्त आटे की रोटी खाएँ | चोकर में फाइबर अधिक होता है |
➤ हमेशा अपनी भूख से दो निवाले कम खाएँ और हो सके तो सप्ताह में एक दिन उपवास रखें |
➤ भोजन ताजा, हल्का और सुपाच्य हो | बासी, भारी और गरिष्ठ भोजन करने से बचें |
➤ खाना खाते समय पूरा ध्यान भोजन पर केंद्रित रखें और भोजन का मजा ले - लेकर खाएँ | जो भोजन प्रेम से बनाया जाता है, प्रेम से परोसा जाता है और प्रेम से शांतिपूर्वक खाया जाता है, वह अधिक गुणकारी और सुपाच्य होता है |
➤ सुबह के नाश्ते में अंकुरित किए हुए अनाज शामिल करें | अंकुरित नाश्ते के लिए चना, मूँग, सोयाबीन, मूँगफली, मेथी आदि उपयुक्त हैं |
➤ सात - आठ घंटे की भरपूर नींद लें |
➤ भोजन करते समय बीच - बीच में पानी न पिएँ | बहुत जरूरी होने पर ही एक - दो घूँट पानी पिएँ | उपलब्ध हो तो भोजन के साथ एक गिलास छाछ लेकर बैठें और बीच - बीच में पीते रहें | भोजन के बीच में पानी पीना कब्ज, गैस व एसिडिटी का कारण बनता है | भोजन समाप्त करने के एक से डेढ़ घंटे बाद भरपूर मात्रा में पानी पिएँ |
➤ भोजन करते समय न तो बातें करे, न किसी मुद्दे पर बहस करें, न टी. वी. देखें, न क्रोध करें | झुँझला कर, क्रोधपूर्वक, बेमन से, अरूचिपूर्वक और जल्दबाजी में किया गया भोजन अपच करता है तथा गैस व एसीडिटी का कारण बनता है |
➤ तली - भुनी चीजें, फास्ट फ़ूड और डिब्बा बंद चीजें खाने से बचें | भोजन में अधिक मिर्च - मसालों का प्रयोग न करें |
➤ लगातार एक ही तरह का भोजन न करें | उसमें ऋतु और मौसम के अनुसार बदलाव करते रहें |
➤ अपनी दिनचर्या को नियमित रखें, अर्थात सोने, जागने, नहाने, धोने, खाने, पीने, टहलने और योग, व्यायाम आदि का समय निश्चित करें |
➤ अपने कपड़ों, शरीर और परिवेश आदि की स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें |
➤ हमेशा घर का बना हुआ भोजन करें | बाहर के खाने से बचें |
➤ भोजन करने से पहले साबुन से हाथ धोना न भूलें |
Source: लायक राम
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