शीतकालीन ऋतू में हमे ऐसे खाद्य पदार्थ खाने चाहिए जो ठंड के दिनों में खाने में गर्माहट और आराम तो देते ही हों, लेकिन शरीर को आवश्यक पोषण भी प्रदान करते हों। सर्दियों में अदरक, तिल, घी, अलग अलग प्रकार के साग, मेवे, केसर, शहद, गुड़, खजूर, खस-खस, मौसमी फल सब्ज़ियां, लहसुन, अनेक प्रकार के दालें, दुग्ध पदार्थ (गर्म ), तुलसी इत्यादि का सेवन करना स्वास्थ के लिए अति लाभकारी होता है। सर्दियों में ऐसे खाद्य पदार्थ जिनकी प्रकृति ठंडी होती है (जैसे आइसक्रीम , कोल्ड ड्रिंक्स, कच्ची सब्ज़ियां इत्यादि ) उनसे बचना चाहिए। सर्दियों में अंडे-मांस के सेवन को भी बेहतरीन मन जाता है। चूँकि मैं स्वयं शाकाहारी हूँ इसीलिए मुझे इन खाद्य पदार्थों के बारे में कुछ खास जानकारी तो नहीं है, पर मैं यकीन से कह सकती हूँ कि शाकाहार में भी अनेकोनेक लाभकारी और पोषक तत्वों से भरपूर ढेर सारे खाद्य पदार्थ हैं जिनका सही तरह से सेवन कर के बेहद स्वस्थ जीवन जिया जा सकता है। उम्मीद करती हूँ आप सभी को यह जवाब पसंद आया होगा। (सर्दियाँ मेरा पसंदीदा मौसम है और मुझे गाजर के हलवे का साल भर इंतज़ार रहता है।)
🌷 वाह रे जमाने तेरी हद हो गई, 🌷🌷
🌷 बीवी के आगे माँ रद्द हो गई !🌷
🌷 बड़ी मेहनत से जिसने पाला,🌷
🌷 आज वो मोहताज हो गई !🌷
🌷 और कल की छोकरी, 🌷
🌷 तेरी सरताज हो गई !🌷
🌷 बीवी हमदर्द और माँ सरदर्द हो गई !🌷
🌷 🌷वाह रे जमाने तेरी हद हो गई.!!🌷🌷
🌷 पेट पर सुलाने वाली, 🌷
🌷 पैरों में सो रही !🌷
🌷 बीवी के लिए लिम्का,🌷
🌷 माँ पानी को रो रही !🌷
🌷 सुनता नहीं कोई, वो आवाज देते सो गई !🌷
🌷 वाह रे जमाने तेरी हद हो गई.!!🌷🌷
🌷 माँ मॉजती बर्तन, 🌷
🌷 वो सजती संवरती है !🌷
🌷 अभी निपटी ना बुढ़िया तू , 🌷
🌷 उस पर बरसती है !🌷
🌷 अरे दुनिया को आई मौत, 🌷
🌷 तेरी कहाँ गुम हो गई !🌷
🌷🌷वाह रे जमाने तेरी हद हो गई .!!🌷🌷
🌷अरे जिसकी कोख में पला, 🌷
🌷 अब उसकी छाया बुरी लगती,🌷
🌷 बैठ होण्डा पे महबूबा, 🌷
🌷 कन्धे पर हाथ जो रखती,🌷
🌷वो यादें अतीत की, 🌷
🌷 वो मोहब्बतें माँ की, सब रद्द हो गई !🌷
🌷🌷वाह रे जमाने तेरी हद हो गई .!!🌷🌷
🌷 बेबस हुई माँ अब, 🌷
🌷 दिए टुकड़ो पर पलती है,🌷
🌷अतीत को याद कर, 🌷
🌷 तेरा प्यार पाने को मचलती है !🌷
🌷 अरे मुसीबत जिसने उठाई, वो खुद मुसीबत
हो गई !🌷
🌷 🌷वाह रे जमाने तेरी हद हो गई .!!🌷🌷
🌷 मां तो जन्नत का फूल है,🌷🌷
प्यार करना उसका उसूल है ,🌷
🌷दुनिया की मोह्ब्बत फिजूल है ,🌷
🌷 मां की हर दुआ कबूल है ,🌷
🌷 मां को नाराज करना इंसान तेरी भूल है ,🌷
🌷 मां के कदमो की मिट्टी जन्नत की धूल है ,❤️
🌷अगर अपनी मां से है प्यार तो 🌷
🌷 अपने सभी दोस्तो को सेन्ड करे वरना ,🌷
🌷 🌷ये मेसेज आपके लिये फिजूल है.🌹🌷
🌷 बीवी के आगे माँ रद्द हो गई !🌷
🌷 बड़ी मेहनत से जिसने पाला,🌷
🌷 आज वो मोहताज हो गई !🌷
🌷 और कल की छोकरी, 🌷
🌷 तेरी सरताज हो गई !🌷
🌷 बीवी हमदर्द और माँ सरदर्द हो गई !🌷
🌷 🌷वाह रे जमाने तेरी हद हो गई.!!🌷🌷
🌷 पेट पर सुलाने वाली, 🌷
🌷 पैरों में सो रही !🌷
🌷 बीवी के लिए लिम्का,🌷
🌷 माँ पानी को रो रही !🌷
🌷 सुनता नहीं कोई, वो आवाज देते सो गई !🌷
🌷 वाह रे जमाने तेरी हद हो गई.!!🌷🌷
🌷 माँ मॉजती बर्तन, 🌷
🌷 वो सजती संवरती है !🌷
🌷 अभी निपटी ना बुढ़िया तू , 🌷
🌷 उस पर बरसती है !🌷
🌷 अरे दुनिया को आई मौत, 🌷
🌷 तेरी कहाँ गुम हो गई !🌷
🌷🌷वाह रे जमाने तेरी हद हो गई .!!🌷🌷
🌷अरे जिसकी कोख में पला, 🌷
🌷 अब उसकी छाया बुरी लगती,🌷
🌷 बैठ होण्डा पे महबूबा, 🌷
🌷 कन्धे पर हाथ जो रखती,🌷
🌷वो यादें अतीत की, 🌷
🌷 वो मोहब्बतें माँ की, सब रद्द हो गई !🌷
🌷🌷वाह रे जमाने तेरी हद हो गई .!!🌷🌷
🌷 बेबस हुई माँ अब, 🌷
🌷 दिए टुकड़ो पर पलती है,🌷
🌷अतीत को याद कर, 🌷
🌷 तेरा प्यार पाने को मचलती है !🌷
🌷 अरे मुसीबत जिसने उठाई, वो खुद मुसीबत
हो गई !🌷
🌷 🌷वाह रे जमाने तेरी हद हो गई .!!🌷🌷
🌷 मां तो जन्नत का फूल है,🌷🌷
प्यार करना उसका उसूल है ,🌷
🌷दुनिया की मोह्ब्बत फिजूल है ,🌷
🌷 मां की हर दुआ कबूल है ,🌷
🌷 मां को नाराज करना इंसान तेरी भूल है ,🌷
🌷 मां के कदमो की मिट्टी जन्नत की धूल है ,❤️
🌷अगर अपनी मां से है प्यार तो 🌷
🌷 अपने सभी दोस्तो को सेन्ड करे वरना ,🌷
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