मनोविज्ञान से जुड़े अनसुनी सच्चाई क्या है?

1- शरीर की हर कोशिकाओं पर हमारे विचारों का प्रभाव पड़ता हैं। यदि विचारों में नकारात्मकता ज्यादा है तो रोग प्रतिरोधक क्षमता घट जाती है जिससे आप बहुत ज्यादा बीमार रहते हैं।

2- यदि कोई व्यक्ति ज्यादा सोता है तो वो ज्यादा उदास रहता है।

3- डिप्रेशन में जाना overthinking का नतीजा है। इस समय हमारा दिमाग उन प्रोब्लेम्स को create करने लग जाता है जिनका कोई अस्तित्व ही नहीं है।

4- यदि कोई व्यक्ति छोटी छोटी बातों पर भी ज्यादा हँसता है तो वो अपने आप को अंदर से अकेला महसूस करता है।

5- हमारा दिमाग जितना दिन में चलता है उससे तेज़ वो रात में वो भी सोते समय चलता है। इसके आलावा अकेला शरीर में सबसे ज्यादा ऊर्जा की खपत करता है।

6-मनोवैज्ञानिकों के अनुसार जिन लोगों को अपनी मातृ भाषा के आलावा कोई अन्य भाषा भी आती है वे लोग ज्यादा बेहतर तरीके से निर्णय लेने में सक्षम रहते हैं।

7- आप जितने ज्यादा ठन्डे कमरे में सोयेंगे, रात को उतना ही डरावना सपना आने का चांस बढ़ जायेगा।

8- किसी Joke पर हंसने के लिए हमारे दिमाग को पांच अलग-अलग हिस्सों में काम करना पड़ता है।

9- 60% लोग अपने Life की Negative चीज़ों से दूर भागने के लिए Music सुनते हैं।

10- सोने से पहले जिस आखिरी व्यक्ति का ख्याल आपके मन में आता है, वो आपकी ख़ुशी या दुःख का कारण होता है।

Source: Dharmik Gangani

Comments